देवभूमि उत्तराखण्ड की आस्था का केन्द्र बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि आज पांच फरवरी यानि वसंत पंचमी के दिन नरेंद्रनगर राज दरबार में तय हो गई है। जैसा की मालूम हो करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट आगामी आठ मई को प्रातः छह बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये जाएंगे।
राजपुरोहितों ने टिहरी नरेश महाराजा मनुज्येंद्र शाह की कुंडली देखकर धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की। वसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर राजमहल में आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि.विधान के साथ गणेश पूजन,पंचांग पूजन और चौकी पूजन के बाद महाराजा का वर्षफल और ग्रह नक्षत्रों की दशा देखकर भगवान बदरीनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित की।रीति के अनुसार भगवान बद्री विशाल के महाभिषेक के लिए स्थानीय सुहागिन महिलाएं टिहरी सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह के नेतृत्व में 22 अप्रैल को राजदरबार में तिलों का तेल निकालेंगी। उसके बाद गाडू घड़ा यात्रा को लेकर डिम्मर पंचायत के लोग अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करेंगे।
इस अवसर पर नरेंद्र नगर राजमहल में धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी,राजेश नंबूदरी, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय,उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य आशुतोष डिमरी, भास्कर डिमरी, श्रीनिवास पोस्ती, वीरेंद्र सिंह असवाल, राजपाल जड़धारी, मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, विशेष कार्याधिकारी राकेश सेमवाल, रमेश तिवारी, डॉ0 हरीश गौड़, प्रमोद नौटियाल, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष विनोद डिमरी श्रीराम, विपुल डिमरी, अरुण डिमरी, राकेश डिमरी, सुरेश डिमरी, ज्योतिष डिमरी, गुंजन डिमरी व पुजारीगण श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारी व अधिकारी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
वहीं शनिवार को चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि भी घोषित कर दी गई है। आगामी 19 मई को चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे। 15 मई से 17 मई तक गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में कपाट उद्घाटन की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। 17 मई को रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली गोपेश्वर से रुद्रनाथ के लिए प्रस्थान करेगी और 19 मई को पूर्ण विधि.विधान के साथ सुबह 8ः00 बजे रुद्रनाथ जी के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।