हिमाचल प्रदेश के कई भागों में शुक्रवार रात से मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। भूस्खलन, जलभराव, सड़क बंद, पेयजल व बिजली आपूर्ति ठप जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। शनिवार सुबह 10 बजे तक राज्य में 4 नेशनल हाईवे सहित कुल 387 सड़कें बंद थीं। इसके अलावा 747 ट्रांसफार्मर और 249 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।
पठानकोट-मनाली NH पर भूस्खलन, शव वाहन फंसा
शनिवार तड़के लगभग 4 बजे चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंडी-कुल्लू मार्ग में कैंची मोड़ के पास भारी भूस्खलन हुआ, जिससे राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गया। मार्ग पर बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरने से सतह पर दरारें पड़ गईं और लगभग पांच घंटे बाद ही रास्ता बहाल हो सका।
भूस्खलन के कारण कुल्लू से नूरपुर जा रहा एक शव वाहन भी फंस गया था। चालक ने बताया कि एनएचएआई की मशीनें सुबह 9 बजे के आसपास ही मौके पर पहुंचीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
ऊना में 222.8 मिमी बारिश, शहर में जलभराव, फैक्टरी में घुसा पानी
ऊना में शुक्रवार रात 222.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से कई गुना अधिक है। डीएफओ आवास, पतंजलि स्टोर के पीछे के घरों, और महादेव पेपर ट्यूब फैक्टरी में पानी घुस गया। फैक्टरी में मशीनरी, कच्चा माल और उत्पाद को भारी नुकसान पहुंचा है। बरनोह गांव में एक प्रवासी मजदूर अपने बेटे के साथ ईंट भट्ठे में फंस गया।
शिक्षण संस्थान बंद, जिला प्रशासन सतर्क
लगातार बारिश को देखते हुए ऊना और चंबा जिलों में आज (2 अगस्त) सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। जिला दंडाधिकारी जतिन लाल ने लोगों से नदियों, खड्डों से दूर रहने और आपात स्थिति में टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करने की अपील की है।
मलाणा घाटी में बाढ़, पुल बह गए, मशीनें बहीं
मलाणा नाला में आई बाढ़ से क्षेत्र में भारी तबाही हुई है। एक हाइड्रो पावर कंपनी का अस्थायी बांध टूट गया, जिससे हाइड्रा, डंपर, रॉक ब्रेकर, कैंपर व कार बाढ़ में बह गई। मलाणा और पोहल गांव को जोड़ने वाले दो पैदल पुल बह गए हैं, जिससे गांवों का संपर्क कट गया है।
चंबा: भूस्खलन से 75 सड़कें बंद, 188 ट्रांसफार्मर और 80 पेयजल योजनाएं प्रभावित
भरमौर-पठानकोट एनएच पर जांघी के पास भारी भूस्खलन हुआ है। भटियात क्षेत्र पूरी तरह मुख्य मार्गों से कट चुका है। चंबा-तीसा मार्ग पर भी लगातार मलवा हटाने की जरूरत पड़ रही है।
पौंग बांध खतरे के निशान के करीब, पानी छोड़े जाने की आशंका
लगातार बारिश के चलते पौंग डैम का जलस्तर 1362 फीट तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान 1365 फीट से केवल तीन फीट नीचे है। बीबीएमबी द्वारा सायरन और लाउडस्पीकर के जरिए इंदौरा, मंड और मियाणी के निवासियों को सतर्क किया जा रहा है।
लगघाटी में सड़क बनी नाला, संपर्क बाधित
कुल्लू के लगघाटी क्षेत्र की दड़का-भूमतीर सड़क पर भारी बारिश से नाला बन गया है, जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप है। कई संपर्क मार्ग भी भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुए हैं।
8 अगस्त तक भारी बारिश का सिलसिला जारी, अब तक 176 लोगों की मौत
मौसम विभाग शिमला ने 8 अगस्त तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जताया है।
- 4 और 5 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट
- अन्य दिनों के लिए येलो अलर्ट
इस मानसून सीजन (20 जून – 1 अगस्त) के दौरान:
- 176 लोगों की मौत,
- 281 घायल,
- 36 लापता,
- 1,821 घर/दुकानों को नुकसान,
- 1,533 मवेशियों की मौत,
- कुल नुकसान ₹1,67,839.06 लाख (1,678 करोड़ रुपये से अधिक) का आंका गया है।