गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। छत्तीसगढ़ में हुए आईईडी विस्फोट के बाद नक्सली गया में सुरक्षाबलों को निशाना बनाना चाहते थे। लेकिन जवानों की सूझबूझ और सतर्कता ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। डुमरिया के चकरबंधा और तारचुआं के जंगलों में सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में विस्फोटक और अन्य सामग्रियां बरामद की हैं।
गुप्त सूचना से टला बड़ा हमला
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को इस हमले की साजिश की जानकारी पहले ही मिल गई थी। बुधवार की सुबह 29वीं वाहिनी सशस्त्र बल के कमांडेंट हरे कृष्ण गुप्ता को गुप्त सूचना मिली। उसके आधार पर 47वीं वाहिनी सीआरपीएफ और गया पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। इस अभियान के तहत चकरबंधा और तारचुआं के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन किया गया।
जांच के दौरान जंगल में 20 किलोग्राम विस्फोटक समेत अन्य सामग्री बरामद हुई। इन सामग्रियों का उपयोग नक्सली विस्फोटक बनाने और सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए करने वाले थे।
क्या-क्या बरामद हुआ?
सुरक्षाबलों ने जंगल से विस्फोटक और उससे संबंधित सामग्रियां बरामद कीं, जिनमें 20 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, 15 प्रेशर कुकर, 8 गैस सिलिंडर, 85 स्टील कंटेनर (बड़े और छोटे), एक ड्रिल मशीन और 20 बिट्स, 24 बंडल तार, 22 टीफिन बॉक्स, तीन किलो प्लास्टर ऑफ पेरिस, 110 डिस्पोजल सीरिंज, 132 लोहे के पाइप सॉकेट और पांच पैकेट मिथाइल पैराथियान पॉलीटेक्स आदि शामिल हैं। इन सभी बरामद सामग्रियों को बम निरोधक दस्ते द्वारा घटनास्थल पर ही नष्ट कर दिया गया।
सुरक्षाबलों को बनाना चाहते थे निशाना
नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए यह विस्फोटक जंगल में छिपाया था। छत्तीसगढ़ में हाल ही में हुए आईईडी विस्फोट, जिसमें आठ जवान शहीद हुए थे, के बाद गया को दहलाने की साजिश रची गई थी। हालांकि सुरक्षाबलों की चौकसी के कारण यह साजिश नाकाम हो गई।
अभियान की सफलता पर प्रतिक्रिया
गया के एसएसपी ने इस सफलता पर कहा कि नक्सलियों की साजिश को समय रहते नाकाम करना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। जंगल से बरामद विस्फोटक और सामग्री से यह स्पष्ट है कि नक्सली बड़े हमले की तैयारी में थे। सुरक्षाबलों ने सतर्कता दिखाकर इसे रोक दिया। आगे भी नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।