उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता की नियमावली का ड्राफ्ट तैयार हो गया है। नियमावली का ड्राफ्ट बनाने वाली समिति के अध्यक्ष पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सचिवालय में यह ड्राफ्ट सौंपा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा की उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिए नियमावली का ड्राफ्ट मिल चुका है। समान संहिता का क्रियान्वयन के तिथि के लिए शीघ्र मंत्रिमंडल की बैठक होगी।
प्रमुख बातें:
- मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि राज्य स्थापना दिवस तक समान नागरिक संहिता को राज्य में लागू कर दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा चुनाव में किए गए वादे को पूरा करते हुए 27 मई 2022 को जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में समान नागरिक संहिता का प्रारूप बनाने के लिए समिति का गठन किया।
- समिति ने दो फरवरी 2024 को इसका ड्राफ्ट सरकार को सौंपा।
- इसके बाद सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर समान नागरिक संहिता विधेयक को सदन से पारित कराया।
- 11 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इसे मंजूरी प्रदान कर दी।
- इसी वर्ष फरवरी में पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया, जिसने नियमावली पर कार्य शुरू किया।
- प्रस्तावित नियमावली में विवाह का पंजीकरण, लिव इन की सूचना और वसीयत आदि की जानकारी समान नागरिक संहिता की वेबसाइट और मोबाइल एप के माध्यम से भी दर्ज किया जाना प्रस्तावित है।
उत्तराखंड राज्य इस वर्ष नौ नवंबर को अपनी स्थापना के 25 वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है। इस दिन से इसकी रजत जयंती की शुरुआत हो जाएगी। इसे देखते हुए इस वर्ष स्थापना दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा। स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत छह नवंबर को नई दिल्ली में प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन से होगी।
वहीं, नौ नवंबर से पूरे वर्ष मनाए जाने वाले देवभूमि रजतोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। बुधवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में राज्य स्थापना दिवस की तैयारियों के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजन के अनुरूप इस वर्ष राज्य स्थापना दिवस का भव्य आयोजन किया जाना है।