रुद्रपुर:- उधम सिंह नगर जनपद के मुख्यालय रुद्रपुर पहुंचे कुमाऊं के कमिश्नर दीपक रावत ने बुधवार को रुद्रपुर तहसील का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान कोर्ट की फाइलों को लेकर उन्होंने तहसीलदार और बाबू की फटकार भी लगाई। उन्होंने फाइलों में लगाए गए नोट्स की हैंडराइटिंग और आरसीएमएस पोर्टल अपडेट नहीं होने पर मामले की जांच के आदेश देते हुए कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है।
कमिश्नर ने साफ तौर पर जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं, आपको बता दें कि कुमाऊं के कमिश्नर दीपक रावत ने बुधवार को रुद्रपुर कलेक्ट्रेट पहुंचने के बाद रुद्रपुर तहसील का औचक निरीक्षण किया। कमिश्नर के निरीक्षण से तहसील के कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा, ढाई घंटे से ज्यादा समय तक उन्होंने दस्तावेजों की बारीकी से जांच की, जांच के दौरान उन्हें कई खामियां मिलीं। इस दौरान उन्होंने तहसीलदार व कानूनगो समेत तमाम अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगाई, उन्होंने कोर्ट की ऑर्डर सीट पर तहसीलदार के हस्ताक्षर न होने पर नाराजगी जताई, इसके अलावा 143 की फाइल पेंडिंग रखने पर राजस्व निरीक्षक को जमकर फटकार लगाई।
कमिश्नर रावत ने कहा कि कई फाइलें लंबित पाई गईं, जिसके चलते लोगों को डेट नहीं मिल पा रही है, कर्मचारियों की ओर से काम नहीं किया जा रहा है, इसके अलावा कई दस्तावेजों में तहसीलदार के हस्ताक्षर नहीं मिले हैं। 143 की फाइलों में रजिस्टर मेंटेन नहीं किया गया है, फाइल कब कर्मचारियों के पास पहुंची है और कब कार्यालय पहुंची है इसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है, इसके अलावा कुछ फाइल में हैंडराइटिंग के बारे में कोई भी कर्मचारी बताने को तैयार नहीं है। जिसकी जांच कराई जा रही है, उन्होंने कहा कि संबंधित कर्मचारियों का दायित्व भी तय किया जा रहा है, दोषी पाए जाने पर दंडित भी किया जाएगा।