फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब संरक्षण पर चर्चा, ट्रस्ट अध्यक्ष की HOFF समीर सिन्हा से मुलाकात

फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब संरक्षण पर चर्चा, ट्रस्ट अध्यक्ष की HOFF समीर सिन्हा से मुलाकात

हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने मंगलवार को उत्तराखंड वन विभाग के नव नियुक्त प्रमुख मुख्य वन संरक्षक (HOFF) समीर सिन्हा से सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर बिंद्रा ने सिन्हा को उनके नई जिम्मेदारी पर नियुक्ति के लिए शुभकामनाएं दीं। यह मुलाकात विशेष रूप से फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब के संरक्षण और बेहतर प्रबंधन से संबंधित अहम मुद्दों पर केंद्रित रही।

प्राकृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का संरक्षण मुख्य विषय

गौरतलब है कि फूलों की घाटी, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, अपनी विलक्षण जैव-विविधता और दुर्लभ हिमालयी पुष्प प्रजातियों के लिए जानी जाती है। हर वर्ष यह स्थान हजारों पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करता है।

वहीं हेमकुंड साहिब, जो समुद्र तल से लगभग 4,632 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, सिख समुदाय का एक प्रमुख आध्यात्मिक स्थल है। ऐसा माना जाता है कि यहां दसवें गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने तपस्या की थी। यह स्थल अपने धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।

समीर सिन्हा का उल्लेखनीय योगदान

नव नियुक्त HOFF समीर सिन्हा पूर्व में इस क्षेत्र में विभिन्न प्रशासनिक भूमिकाओं में कार्य कर चुके हैं और उन्होंने फूलों की घाटी और हेमकुंड यात्रा को अधिक सुनियोजित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विशेष रूप से, भ्यूंडार घाटी में ईको-डेवलपमेंट कमेटी (EDC) के गठन में उनकी भूमिका ने स्थानीय समुदायों को सशक्त किया और पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा दी।

पर्यावरणीय प्रभाव और समाधान पर चर्चा

बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने क्षेत्र में बढ़ती पर्यटक संख्या के प्रभाव और उसके प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की। इसमें वैकल्पिक मार्गों के विकास, बुनियादी ढांचे में सुधार और पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को अपनाने जैसे उपायों पर विशेष जोर दिया गया।

ट्रस्ट अध्यक्ष और HOFF दोनों ने हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी की प्राकृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत को सुरक्षित रखने के लिए सामूहिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। इस मुलाकात का उद्देश्य पर्यटन और तीर्थयात्रा को अधिक सुगम, सुरक्षित और टिकाऊ बनाना रहा।

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