देहरादून: उत्तराखंड में छात्र संघ चुनावों को लेकर सियासी तापमान लगातार बढ़ रहा है। राजधानी देहरादून में शुक्रवार को NSUI कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और सचिवालय का घेराव करने की कोशिश की।
सचिवालय घेराव से पहले ही रोके गए प्रदर्शनकारी
NSUI के आह्वान पर जुटे सैकड़ों छात्र कार्यकर्ता सचिवालय की ओर बढ़ रहे थे, तभी पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया, लेकिन भारी पुलिस बल ने हालात काबू में कर लिए।
बड़े नेताओं की मौजूदगी ने बढ़ाया उत्साह
इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना भी शामिल रहे। कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी से छात्रों का उत्साह और भी बढ़ गया।
सरकार पर गंभीर आरोप
NSUI प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जानबूझकर 5 महाविद्यालयों में चुनाव नहीं करवाना चाहती। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर चुनाव की तिथियों का जल्द ऐलान नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
“छात्रों के अधिकारों का हनन कर रही सरकार” – रौतेला
महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“राज्य सरकार छात्रों के अधिकारों का हनन कर रही है। कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। छात्रों के हितों और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए हमें सड़क पर उतरना पड़ा है।”
छात्रों की नाराज़गी बढ़ी
NSUI के प्रदर्शन से साफ है कि छात्र संघ चुनाव अब सिर्फ कैंपस तक सीमित मुद्दा नहीं रहा, बल्कि यह प्रदेश की राजनीति में भी गूंजने लगा है। छात्रों का कहना है कि उनकी आवाज़ दबाने की कोशिश की जा रही है, जो लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।