गढ़वाल कमिश्नरी का मुख्यालय पौड़ी में होने के बावजूद पिछले कई सालों से अधिकारी देहरादून में ही कार्यरत रहते थे। इससे न केवल प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होता था बल्कि दूर-दराज के जिलों से आने वाले लोगों को भी अनावश्यक परेशानी झेलनी पड़ती थी। अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कमिश्नर और आईजी को पौड़ी में नियमित रूप से तैनात रहने के निर्देश दिए हैं।
लंबे समय से उठ रहे थे सवाल
गढ़वाल कमिश्नरी का मुख्यालय पौड़ी में स्थित है, लेकिन राज्य गठन के बाद अधिकांश समय अधिकारी देहरादून में ही रहते थे। इससे दूरस्थ जिलों के लोग प्रशासनिक काम के लिए बार-बार देहरादून का चक्कर लगाते थे। स्थानीय लोगों का कहना था कि यह व्यवस्था न केवल समय की बर्बादी है बल्कि आर्थिक और मानसिक दबाव भी बढ़ाती है।
नेताओं ने उठाई मांग
पौड़ी के विधायक, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अधिकारियों की पौड़ी में नियमित तैनाती की मांग की। मंत्री रावत ने कहा कि कम से कम हफ्ते में तीन दिन अधिकारियों को पौड़ी में रहना चाहिए ताकि आमजन को सुविधा मिल सके।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर तुरंत संज्ञान लिया और आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। सीएम के निर्देश के बाद गढ़वाल कमिश्नर और आईजी पौड़ी में पहुंचे और अब नियमित रूप से यहां कार्यालय संचालन करेंगे।
स्थानीय लोगों और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने इस कदम का स्वागत किया है। एक व्यापारी ने कहा – “पिछले कई सालों से हमें देहरादून जाना पड़ता था। अब अधिकारियों की नियमित तैनाती से प्रशासनिक कामकाज आसान होगा और समय की भी बचत होगी।”
अधिकारियों का कहना है कि अब पौड़ी में तैनाती से न केवल जनसुविधा बढ़ेगी बल्कि अधिकारियों को भी स्थानीय मामलों की वास्तविक स्थिति का बेहतर अंदाजा मिलेगा।
प्रशासनिक सुधार की दिशा में कदम
यह कदम राज्य सरकार की प्रशासनिक सुधार और आमजन के हित में किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, अधिकारियों की स्थानीय तैनाती से निर्णय लेने की प्रक्रिया तेज होगी और प्रशासनिक जवाबदेही भी बढ़ेगी।