उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा, चंपावत प्रशासन ने मुर्गा और अंडों के आगमन पर लगाई रोक

उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के बढ़ते मामलों को देखते हुए चंपावत जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है। एहतियाती कदम उठाते हुए जिले में मुर्गा, मुर्गी और अंडों के आगमन पर पहले से लागू प्रतिबंध को अब एक सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया गया है।

मुर्गा और अंडों के आगमन पर लगी रोक को बढ़ाया गया

प्रशासन का कहना है कि चंपावत और आसपास के इलाकों में पोल्ट्री उत्पाद बड़ी मात्रा में उत्तर प्रदेश से आते हैं। ऐसे में किसी भी तरह का जोखिम उठाना खतरनाक हो सकता है। इसलिए संक्रमण को रोकने के लिए यह प्रतिबंध जारी रहेगा।

जिले में अब तक नहीं मिला कोई बर्ड फ्लू का मामला

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी दी कि अभी तक चंपावत जिले में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन चूंकि यह वायरस तेजी से फैलता है और इंसानों के लिए भी घातक साबित हो सकता है, इसलिए यह कदम पूरी तरह एहतियातन उठाया गया है।

क्यों खतरनाक है बर्ड फ्लू?

बर्ड फ्लू (Avian Influenza) का वायरस मुख्य रूप से संक्रमित पक्षियों के मल, लार और श्वसन स्राव से फैलता है। यह अन्य पक्षियों के संपर्क में आने से और कई बार इंसानों तक भी पहुंच सकता है।

  • यदि इंसान संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क में आते हैं तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
  • वायरस से संक्रमित अंडे या मांस खाने पर भी खतरा हो सकता है, अगर उन्हें अच्छी तरह पकाया न गया हो।
  • यह वायरस इंसानों में बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण पैदा कर सकता है।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर में निगरानी बढ़ा दी है। पोल्ट्री बाजारों, दुकानों और फार्म हाउसों पर विशेष नजर रखी जा रही है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे सतर्क रहें और किसी भी तरह की संदिग्ध स्थिति की तुरंत सूचना अधिकारियों को दें।

लोगों से अपील

जिला प्रशासन ने कहा है कि यह कदम जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है। लोगों से अपील है कि घबराएं नहीं बल्कि सावधानी बरतें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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