उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। शुक्रवार सुबह से ही राज्य के कई इलाकों में बादल छाए हुए हैं और मौसम विभाग ने आने वाले दिनों को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है।
आठ जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों में अगले 24 घंटे भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 17 सितंबर तक बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर चलता रहेगा। कहीं हल्की बूंदाबांदी तो कहीं मूसलाधार बारिश देखने को मिल सकती है। वहीं, अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त, सैकड़ों सड़कें बंद
भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते पहाड़ों पर जनजीवन प्रभावित हुआ है। अभी भी प्रदेश भर में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) सहित कुल 177 सड़कें बंद पड़ी हैं।
- चमोली जिले में 32
- रुद्रप्रयाग में 25
- टिहरी में 23
- उत्तरकाशी में 21
- पौड़ी में 12
- देहरादून में 16
- हरिद्वार में 1
- पिथौरागढ़ में 18
- अल्मोड़ा में 16
- बागेश्वर और नैनीताल में 7-7 सड़कें अवरुद्ध हैं।
लैंडस्लाइड की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क कट गया है, जिससे लोगों को जरूरी सामान और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं।
प्रशासन की अपील
आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि पहाड़ी इलाकों की यात्रा फिलहाल टालें और अनावश्यक यात्रा से बचें। नदियों और नालों के किनारे जाने से सख्त परहेज करने की सलाह दी गई है।
मौसम का असर मैदानी जिलों में भी
हालांकि मैदानी जिलों में बारिश की तीव्रता कम रहेगी, लेकिन उमस और बिजली गिरने की घटनाओं की संभावना बनी हुई है। राज्य में मानसून के अंतिम चरण में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदला हुआ नजर आ रहा है। जहां एक ओर बारिश से तापमान में गिरावट से लोगों को राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर लगातार हो रहे भूस्खलन और सड़क बंद होने से आम जनजीवन मुश्किलों में है।