उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) पहुंचकर आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत और बचाव कार्यों को लेकर कई अहम निर्देश दिए।
जिलाधिकारियों को दिए अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
सीएम धामी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारियों से संवाद करते हुए उन्हें अलर्ट मोड में रहने और संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया होनी चाहिए।
बंद सड़कों को शीघ्र खुलवाने पर जोर
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बारिश के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई सड़कें बाधित हैं। ऐसे सभी मार्गों को शीघ्र खोलने के लिए आवश्यक मशीनरी और संसाधनों को तत्काल सक्रिय किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार चार जिले रेड अलर्ट, पांच ऑरेंज और चार येलो अलर्ट जोन में हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए अग्रिम तैयारी की जाए।
नदी-नालों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने नदी और नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और इस कार्य में प्रशासनिक सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके तहत ग्राम सभा, तहसील, पटवारी क्षेत्र, परगना और ब्लॉक स्तर पर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
स्थानीय स्तर पर निगरानी समितियों का गठन
आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देशित किया गया है कि स्थानीय स्तर पर निगरानी समितियों का गठन कर आपदा संबंधी कार्यों की निगरानी की जाए और समय रहते राहत कार्य शुरू किए जाएं।